पारद शिवलिंग का अभिषेक - An Overview

- व्यक्ति समस्त सुखों का भोग करता हुआ शिवलोक तक जाता है. शिवलिंग की महत्वपूर्ण बातें क्या हैं और क्या है इसकी स्थापना के नियम ?

सिद्ध कुंजिका स्तोत्र एक ऐसा दुर्लभ उपाय है जिसके पाठ के द्वारा कोई भी व्यक्ति पराम्बा देवी भगवती ...

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शालिग्राम को भगवान विष्णु का रूप माना जाता है। इसलिए विष्णु देव को प्रसन्न करने के लिए इसकी स्थापना करना शुभ होता है। यदि कोई विधि-विधान और पूरे अनुष्ठान अनुसार शालिग्राम की स्थापना करता है तो इससे भगवान विष्णु उसे सामंजस्य और समृद्धि की प्राप्ति कराते हैं। ज्योतिषियों अनुसार जहाँ शालिग्राम के स्पर्शमात्र से आप बुध ग्रह को शांत कर अपने पापों का अंत कर सकते हैं वहीं उसका पूजन कर भगवान विष्णु का आशीर्वाद भी पा सकते है। क्योंकि भगवान विष्णु को बुध ग्रह का स्वामित्व प्राप्त है। इसी लिए शालिग्राम की स्थापना से आपका लोगों को बुरी नज़र और दुष्प्रभाव से पूरी तरह बचाव होता है।

फुलेरा दूज के दिन पूजा का फल प्राप्त करने के लिए जरूर करें ये जरूरी काम

कुछ ऐसा ही वर्णन बाणासुर राक्षस के लिए भी माना जाता है। उसे भी पारे के शिवलिंग की उपासना के तहत अपनी इच्छाओं को पूर्ण करने का वर प्राप्त हुआ था।

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लेकिन क्या आप जानते हैं कि घर में शिवलिंग रखने के कुछ नियम हैं? इन नियमों का पालन करने पर ही आपकी पूजा फलित होती है. इस श्रावण माह में यदि आप भी महादेव का पूजन कर उन्हें प्रसन्न करना चाहते हैं तो इन नियमों के बारे में जरूर जान लें.

साथ ही अपने आसपास गंगाजल, रोली, मोली चावल, दूध और हल्दी चंदन रखना चाहिए।

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लिंगकोटिसहस्त्रस्य यत्फलं सम्यगर्चनात्।

शिवलिङ्ग शिव की निराकार पूजा है ॥ २७ ॥ -महा० अनु० पर्व अ० १४

कुबेर कुंजी की स्थापना त्रयोदशी तिथि में करें।

आमतौर पर हिंदू धर्म में सभी देवी-देवताओं की साकार रूप की पूजा होती है, जिनके हाथ, पैर, चेहरा आदि होता है, लेकिन एकमात्र शिव ऐसे देव हैं जो साकार और निराकार दोनों रूपों में पूजे जाते हैं.

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